Friday, April 10, 2020

विश्व को प्रथम बैटरी भारत की देन


भारत के रोचक तथ्य 1

आपको यह जानकर अति आश्चर्य होगा कि हजारो वर्ष पूर्व बैटरी ज्ञान के


 बारे में सर्वप्रथम भारतीय ऋषि अगस्त्य ने विश्व को बताया था।

सर्वप्रथम हम बात करते हैं विद्युतशास्त्र की। अगस्त ऋषि की संहिता के आधार पर कुछ विद्वानों ने उनके द्वारा लिखे गये सुत्रों की विवेचना प्रारम्भ की। उनके सुत्र में वर्णित सामग्री को इकट्ठा करके प्रयोग के माध्यम से देखा गया तो यह वर्णन 'इलैक्ट्रिक सैल' का निकला। यही नहीं इसके आगे के सुत्र में लिखा है कि सौ कुंभों की शक्ति का पानी पर प्रयोग करेंगे तो पानी अपने रूप को बदलकर प्राणवायु (ऑक्सीजन) तथा उदनवायु (हाईड्रोजन) में परिवर्तित हो जायेगा। उदनवायु को वायु-प्रतिबन्धक यन्त्र से रोका जाये तो वह विमान विद्या में काम आती है। प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक ‘राव साहब वझे' जिन्होंने भारतीय वैज्ञानिक ग्रंथो और प्रयोगों को ढूढने में जीवन लगाया उन्होंने अगस्य संहिता एवं अन्य ग्रंथों के आधार पर विद्युत के भिन्न-भिन्न प्रकारों का वर्णन किया अगस्त्य संहिता में विद्युत का उपयोग इलैक्ट्रोप्लेटिंग के लिए करने का भी विवरण मिलता है।

3 comments:

  1. भारत इसीलिए महान देश है 👍🙏
    Neena Aggarwal

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