LOCK DOWN PART II |
जैसा कि आप सभी भली प्रकार जानते ही है कि इस समय पूरा विश्व कोरोना virus (वैश्विक महामारी) की वजह से एक प्रकार से रुक ही गया है यानी लॉक डाउन है। हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा समय रहते ही पहला लॉक डाउन जो कि 21 दिन का था (14 अप्रैल 2020), जिसका कल आखिरी दिन था सफलता पूर्वक पूर्ण हुआ, हालाँकि हमारे यहां भी समस्या धीरे धीरे बढ़ रही है , परंतु फिर भी अभी सब कुछ control में है। हमारे देश की स्थिति अभी बिल्कुल ठीक चल रही है ये सब तभी संभव हो पाया जब यह निर्णय सही समय पर ले लिया गया अन्यथा इस समय की सभी देशों की स्थितियां किसी से भी नही छुपी है। जो हालात इस समय विश्व के अति शक्तिशाली देशों के है उसकी जानकारी सभी को है। मेरा यहाँ ये बताना कहीं भी तुलना करने के लिए नही है पर इस बात से भी नही झुटलाया जा सकता कि यदि इस निर्णय को थोड़ा भी देरी से लिया जाता तो, हमारे देश की भी स्थिति ये नही होती जैसी की आज है। इसके लिए प्रधानमंत्री जी के साथ सभी देशवासियों ने जो अहम भूमिका निभाई उसके लिए सभी का अभिनंदन है। लॉक डाउन के चलते सभी ने सरकार द्वारा दिये गए दिशा निर्देशों का बड़ी ही सुझबुझ से पालन भी किया। परंतु कुछ लोगो की वजह से स्थितियां कुछ हद तक बिगड़ गई, उन स्थितियों को भी ठीक करने के भरसक प्रयास जारी है।
खैर ये तो हुई पहले लॉक डाउन की बात, कल इस लॉक डाउन के आखिरी दिन (14 अप्रैल 2020), फिर एक बार प्रधानमंत्री जी ने देश को संबोधित किया जिसे सभी ने सुना होगा, जिसमे उनकी मुख्य चिंता जो कि इस समय हर भारत वासी की चिंता है कि लॉक डाउन के बाद भारत की अर्थव्यवस्था का क्या होगा,इस बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि जान है तो जहान है, यानी अर्थव्यवस्था को तो फिर भी पटरी पर लाया जा सकता है, परंतु इसके लिए देश की जनसंख्या की बली नहीं चढ़ाई जाएगी। साथ ही साथ अपनी बात रखते हुए , उन्होंने देश की भलाई के लिए देशव्यापी लॉक डाउन को 3 मई 2020 तक 19 दिन के और बढ़ाने के लिये ऐलान किया, फिर भी एक आश्वासन दिया है कि 20 अप्रैल को एक बार स्थितियों को मद्देनजर रखते हुए सभी क्षेत्रों की समीक्षा के बाद किन्ही सेवाओं को सशर्त चालू किया जा सकता है। अपनी वाणी को समाप्त करते हुए उन्होंने दूसरे लॉक डाउन में 7 वचनों के पालन के लिए अपील भी की जो इस प्रकार है : -
1. अपने घर एवं आस पड़ोस के बुजुर्गो का विशेष ध्यान।
2. सरकार के बनाए दिशा निर्देशों का पालन - Social Dist., घर पर बने मास्क का उपयोग .... आदि।
3. आयुष मंत्रालय के निर्देशों का पालन अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए।
4.आरोग्य सेतु App. डाउनलोड करने का आग्रह, ताकि कोरोना संक्रमण का फैलाव न हो।
5. अपने से नीचे के तबके के लोगो की मदद, उन्हें खाना आदि देकर।
6. व्यवसायीयों के लिए कि जो आपके यहाँ कार्य करते है उनके लिए सहानुभूति और उन्हें काम से ना निकाले।
7. हमारे देश के सभी योद्धाओ का सम्मान जैसे डॉक्टर्स, नर्सेस, सफाई कर्मचारी, पुलिस कर्मी ...... आदि।
साथ ही साथ मैं यह भी कहना चाहूँगा कि कल ही मैं एक लेख पढ़ रहा था जिसमे अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की गई थी तभी मुझे यकायक लगा कि अगर अपने देश की अर्थव्यवस्था को लॉक डाउन के बाद जल्द से जल्द पटरी पर लाना है तो हम सभी को मिलकर यह प्रण लेना होगा कि हम सभी स्वदेशी अपनाये, यह एक कारगर कदम साबित होगा। मैंने पढ़ते हुए ही एक लेख और पढ़ा जिसमे इस आपातकालीन स्थिति में सभी संस्थाएं, व्यक्ति, कंपनियों का योगदान था जो मै वही से लेकर यहां नीचे पोस्ट कर रहा हूँ :-
ARMY: 500 Cr., TATA : 1500 Cr., RELIANCE : 500 Cr., INDIAN OIL GAS : 500 Cr., ITC : 150 Cr.
ALkem lab : 7 crore
Hindustan unilever : 100 crore
Anil agarwal (vedanta) : 100 crore
Hero cycle : 100 crore
Bajaj group : 100 crore
BCCI : 51 crore
CRPF : 33 crore
Akshay kumar : 25 crore
Baba Ramdev : 25 crore
Sun pharma : 25 crore
OLA : 20 crore
Paytm : 5 crore + handwash
Mukesh ambani : 5 crore + hospital
Anand Mahindra : Hotels + ventilator
Prabhas : 4 crore
Rajesh Agrahari (राजेश मसाला गुप्र, : 2 Crore 30 Lakh*
Anupama nadela(microsoft) : 2 crore
Anita dongre : 1.5 crore
Allu arjun : . 1.25 crore
Ram charan : 1.40 crore
Pawan kalyan : 1 crore
Mahesh babu : 1 crore
Chiranjivi : 1 crore
Hema malini : 1 crore
Bala krishana : 1 crore
Jr NTR : 75 lakhs
Suresh raina : 52 lakhs
Sachin tendulkar : 52 lakhs
Sunny deol : 50 lakh
Kapil sharma : 50 lakh
Rajnikant : 50 lakh
Sourav ganguli : 50 lakh
Shyama Charan Gupta ( Former MP, Allahabad) : 25 Lakh
भारत में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष में इस देश की चहेती विदेशी कंपनियों का योगदान, जिसके आज कल सभी कायल है, उनका भी योगदान देख लेते है :-
Zomato, Swigy, Piza Hut, Domimoz, Mac D, Burger King, Barista, KFC, Flipcart, Amazon, Mintra ऐसी ही बहुत सी विदेशी कंपनियां जिनका योगदान शून्य (ZERO) है कुछ समझ आया स्वदेशी का मतलब ?
अगर देश की अर्थव्यवस्था फिर से ठीक करनी है तो अब सुई से लेकर कार तक सब भारत में निर्मित ही चाहिए।
ये भारत देश है तो हम हैं
ये भारत नहीं तो हम भी नहीं।
स्वदेशी अपनाएँ और देश का सम्मान बढ़ाएँ
चित्र साभार Google
धन्यवाद
🙏🏻🙏🏻
👌👍Nice
ReplyDeletegood
ReplyDeleteThankyou Both of you....
ReplyDeleteSwadeshi hi apnana he hame, purnsahmat
ReplyDeletePichle comments me written mistakes he.keep it up , nice writing as ek nayi soch. Thanks ,
We must change ourselves & start focus on what we're doing.
ReplyDeleteThanks for your comments, it's my inspiration for writing of next high level. Thanks Again. 🙏🏻🙏🏻💐💐
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