Sunday, April 5, 2020

एक नई सोच


          


जिस प्रकार पूरे विश्व भर में आज परिवर्तन आ रहे है तो वह दिन दूर नही जब



हमारे द्वारा अपनाये गए नियम, कानून, विचार (सोच) ......... आदि हम सभी के लिए भारी पड़ने वाले है। तो अब समय आ गया है, कि हम सभी अपनी इस सोच को एक नई सोच में परिवर्तित करें। यदि समय रहते हमने अपने आप को नही बदला तो प्रकृति हम से निश्चय ही अपने ऊपर बढ़ते हुए भार का बदला अवश्य लेने वाली है। यानि हम सभी के द्वारा प्रकृति पर किये गए अत्याचारों को वह नही बख्शने वाली और वह इसका बदला अवश्य लेगी।

अब हम सभी के लिए यह एक सवाल खड़ा हो जाता है कि हम अपनी सोच को किस प्रकार परिवर्तित कर सकते है यानी अपनी सोच को नए आयाम देते हुए, एक नई सोच कैसे अपना सकते है। तो इस एक नई सोच की श्रृंखला में हम समय समय पर नए नए विचार, बातें, नियम, कानून, अध्ययन, सामयिक विषयों, स्वास्थ्य संबधी विषयों ..…. आदि पर चर्चा करने वाले है। और साथ ही साथ कहानियों के माध्यम से भी अपनी सोच को नए आयाम देने वाले है।

आने वाले समय में इस श्रृंखला - एक नई सोच को अवश्य पढ़ें और यदि आपको इन लेखों को पढ़कर लगता है कि यह लेख अन्य सभी के लिए उपयोगी साबित होंगे, तो इन्हें आप सभी के साथ शेयर करें। साथ ही साथ आप किसी भी विषय पर जानकारी चाहते है तो अवश्य लिखे मेरी यह कोशिश रहेगी कि जल्द से जल्द उस विषय पर एक नई सोच के साथ प्रकाश डाला जाए।

यह लेख पढ़कर आपको कैसा लगा अवश्य बताये।

                                                        ....... धन्यवाद 🙏🏻

8 comments:

  1. बहुत बढ़िया कदम है पुरानी सोच को नई सोच में बदलने का। धन्यवाद

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  2. आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

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  3. लेखन समय का बेहतरीन उपयोग है मुकेश जी | ये हुनर हरेक में नहीं होता | आपका ब्लॉग बहुत सुंदर है |कृपया फ़ॉलो वाले विकल्प को ऊपर सामने लगाएं ताकि लोग आपके ब्लॉग को आसानी से फ़ॉलो कर सकें |

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  4. अगर मैं आपको दीदी जी का दर्जा दूं, तो कोई हर्जा तो नहीं, आपकी अनुमति का अभिलाषी। और आपकी सलाह के लिए भी धन्यवाद क्या में जान सकता हूँ कि इसे कहाँ जा कर सेटिंग करेंगे, क्योंकि अभी इस बात से में अनभिज्ञ हूँ, और धीरे धीरे सिख रहा हूँ।


    सधन्यवाद

    🙏🏻🙏🏻💐💐

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  5. प्रिय मुकेश , आपका स्वागत है | जरुर आप मुझे दीदी कह सकते हैं | ये मेरा सौभाग्य है |दूसरें बहुत ज्यादा मैं नहीं जानती क्योकि मैं एक घरेलु महिला हूँ | मैंने अपने भाई से ब्लॉग बनवाया था पर अपनी बच्चों और भतीजे से सुधारना सीखा है | आप बहुत आसानी से सुधार कर सकते हैं | उसके लिए आपको , जहाँ से आप पोस्ट प्रकाशित करते हैं ., ब्लॉग में अंदर layout में जाएँ , और सभी विकल्पों को उपर नीचे , दायें बाएं कर सकते हैं | सबसे बड़ी बात आप सुधार करेंगे तो आपकी पोस्ट को कोई नुकसान नहीं होगा जब तक आप उसे खुद delet नहीं करेंगे | नव हस्ताक्षर होने के बावजूद आपने बहुत सुंदर ब्लॉग बनाया है | आप चाहें तो ब्लॉग के विकल्पों में जाकर theme बदल सकते हैं और उसे cusmtomise में जाकर अक्षरों के रंग डीज़ाईन आदि में सुधार या बदलाव कर सकते हैं | और मुझसे जो मदद मेरी क्षमता में होगी जरुर करूंगी | सस्नेह -

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  6. आपको कुछ भी पूछना हो मेरी mail renu550@gamail.com पर पूछें |

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  7. दीदी जी, आपके अग्र प्रतिसाद के लिए आपका आभारी अनुज।
    एक बार आपका फिर से धन्यवाद।

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