Monday, May 4, 2020

यात्रा / लेखन 1 माह







हालांकि मैं जानता ही
नही था।

        
         
                             और 

पर इन सवालों के जवाब में मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला, खैर इन दिनों जो लॉक डाउन रहा उस समय का सदुपयोग करते हुए ब्लॉग के बारे में जानना संभव हो पाया। लॉक डाउन की स्थिति में मेरे लिए यह तो एक सकारात्मक बात सिद्ध हुई, कि मुझे अपने विचारों को "एक नई सोच" के माध्यम से सभी तक पहुंचाने का जो मौका मिला उसके लिये इन परिस्थितियों में भी इस समय का बहुत बहुत आभार । मैं उन सभी का भी आभार प्रकट करना चाहता हूँ, जिन्होंने भी इस एक माह में मेरे लेखन को सराहा और मेरा मार्ग प्रशस्त किया। 

      अपनी इस एक माह की यात्रा को एक उदाहरण के द्वारा आप सब तक पहुंचाने की मेरी कोशिश है। मुझे लगता है वह भी आप तक उसी भाव में पहुँचे जिस भाव को मैं आप तक मेरे पिछले लेख "भाव ... तेरा भाव क्या है" के द्वारा पहुँचा पाया।

    जिस प्रकार एक बच्चा जब चलना सीखता है तो धीरे-धीरे,  चलते-चलते कई बार गिरता है। तब उसके सगे संबंधी उसकी उंगली पकड़कर उसे उठाकर चलना सिखाते हैं और वह चलना सीखता है, उसी प्रकार इस 1 माह की यात्रा में मुझे जो कमेंट आपकी तरफ से मिलते रहे, वह मुझे उसी भांति चलना सिखाते रहे। यह यात्रा मेरे लिए ठीक उसी प्रकार के बच्चे की तरह रही जब बच्चा धीरे-धीरे चलना सीखता है और इन 30 दिनों में एक एक दिन की यात्रा में मैंने भी चलना सीखा। आप सभी के कमेंट के द्वारा ही उंगली पकड़ पकड़कर आगे बढ़ता चला।

इस यात्रा के दौरान शब्दों को सहज कर जो भी रचना हो पाई उसका श्रेय आप सभी पाठकों को जाता है, क्योंकि यदि पढ़ने वाले ही न हो, तो लिखा किसके लिये जाएगा। शब्दों को पिरोते हुए जो मालाएं बनी, उन्हें अलग - अलग माला का नाम दिया, जो इस प्रकार है - एक नई सोच, मेरी कलम से, Story कोना, क्या आप जानते है ?, भारत के रोचक तथ्य, corona +Ve खबर, काव्य रचना .... आदि, जिसमें आप अलग अलग मालाओं को पढ़ते हुए अलग अलग फूलो की खुशबू को महसूस कर सकते है।

     पर यात्रा अभी जारी है क्योंकि यह तो एक पहला पड़ाव है मैंने इस यात्रा के सभी पड़ाव यानी एक माह के बाद युहीं आप सभी की उंगली पकड़कर 1 साल , फिर 5 साल की यात्रा को भी दौड़ते हुए उसी प्रकार पार करना है। जिस प्रकार एक किसान अपनी भूमि पर बीज डाल कर धैर्य और विश्वास की उंगली पकड़कर फसल का इंतजार करता है।

   मुझे लगा कि आज मुझे यह लिखना चाहिए और उन सभी का धन्यवाद करना चाहिए सो मेरी कलम आप तक मेरी बातों को पहुंचाने के लिए बड़ चली। इस एक नई सोच पर पहले माह की यात्रा मेरे लिए एक सुखद दिनों का अनुभव रही और आगे भी रहेगी।


 मैं इन सभी का आभारी हूँ रेनू दीदी, नीतू दीदी, मुकेश जी, करन जी, नीना जी, कामिनी जी, वीरेंदर जी, इंदु जी, नेहा जी, अलका जी, मनोरमा जी .... और वे सभी जिनका मैं यहाँ पर नाम नहीं लिख पाया क्योंकि सभी उंगलिया मिलकर हाथ बनती है और जिस प्रकार मैं सभी की उंगलियां पकड़ते हुए आगे बड़ा उसमें सभी के हाथ का भी उतना ही योगदान रहा , जिन्होंने चलने के साथ मुझे गिरते हुए उठाने का कार्य किया।

एक माह की यात्रा के बाद मेरी कलम को यहीं विश्राम देते हुए, आगे के पड़ावों तक पहुंचने के लिए सदैव आपकी उंगली और हाथ का अभिलाषी।


चित्र साभार करन कुमार 


करन कुमार (The Perfect Liner) की अन्य कलाकृतियों को देखने के लिए उनके You Tube Channel और Instagram के लिए भी नीचे दिए गए लिंक पर जा सकते है : -








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सधन्यवाद

🙏🏻💐💐🙏🏻

16 comments:

  1. Congratulations to you for completing 1 month and enlightening us by your positive thoughts. Thanks a lot sir. Keep it up.👍👏

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    1. आपका बहुत बहुत धन्यवाद....।

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  2. प्रिय मुकेश . जब चाह प्रबल हो वो अपना रास्ता ढूंढ ही लेती है | आपमें लिखने की इच्छा है --आपके पास ज्ञान है और शब्द प्रवाह भी अच्छा है | यूँ ही आगे बढ़ते जाइये | मेरे नाम का जिक्र कर आपने अपनी विनम्रता का परिचय दिया है |आपकी एक माह की रचना यात्रा उपलब्धियों भरी है | आपने काफी लिखा है | दुआ है आप एक माह से भी कहीं ज्यादा अनेक सालों का सफर तय करें | पुनः शुभकामनाएं और बधाई |

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  3. Congratulations 👍👍
    आप आगे भी ऐसे ही लिखते जाइए और सब का मार्गदर्शन करते रहिए। मेरी दुआ आपके साथ हैं और मैं आपकी बहुत आभारी हूं। आप को मेरी ओर से ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं।

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  4. Congratulations,🌷
    आपने बहुत ही बढ़िया तरीके से, नयी सोच को इस एक महीने के समय में एक कामयाब स्तर तक पहुंचाने का सुंदर प्रयत्न किया है। आगे भी कई वर्षो तक आप अपने लेखों को एक उच्चतम आयाम तक लेकर जाये। इसी प्रार्थना के साथ हमारा स्नेह सदैव आपके साथ है।

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    1. नीतू दीदी, रेनू दीदी और इंदु जी

      यदि आपके द्वारा इसी प्रकार आगे भी मार्गदर्शन मिलता रहा तो, जरूर से जरूर आपकी उंगली और हाथ के साथ मैं चलने के साथ साथ दौड़ना भी अवश्य सीख जाऊंगा और आपका साथ सालों साल रहेगा तो यह तो मेरे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात होगी।

      आप सभी की मंगल कामनाओं के साथ।

      सधन्यवाद ....।

      💐💐💐💐

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  5. " मैंने इस यात्रा के सभी पड़ाव यानी एक माह के बाद युहीं आप सभी की उंगली पकड़कर 1 साल , फिर 5 साल की यात्रा को भी दौड़ते हुए उसी प्रकार पार करना है।" आपकी इस सफल यात्रा के लिए दिल से ढेरो शुभकामनाएं आपको। आपकी लेखनी सिर्फ पाँच साल नहीं बल्कि सालों साल चलेंगी ,माँ सरस्वती आप पर अपनी कृपा बनाये रखेगी।
    आपकी एक बात ने मुझे बहुत प्रभावित किया हैं - " आपने तो एकलव्य की तरह हमें अपना मार्गदर्शक मान लिया और हमें खबर भी नहीं रही। "अब जब आपने हमें अपने सफर का साथी मान ही लिया हैं तो यकीन मानिये हम आपका साथ नहीं छोड़ेगे। आप की लेखन शैली बहुत ही प्रभावशाली हैं आप अपना रास्ता बनाने में सक्षम हैं। हमने भी आज से डेढ़ साल पहले अनजाने ही ये सफर शुरू किया था और साथी मिलते गए कारवां बनता गया ,एक बार फिर से आपको ढेर सारी शुभकामनाएं

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    1. कामिनी जी,

      यदि आपके द्वारा इसी प्रकार आगे भी मार्गदर्शन और साथ मिलता रहा, तो अवश्य ही इस लंबी यात्रा में जो सुखद अनुभव प्राप्त होंगे, मैं उनकी कल्पना भी नही कर सकता।

      इस एक माह की यात्रा में ही आपका जो आशीर्वाद मिला वह भी एकलव्य के रूप में तो मैं तो कृत कृत हो गया।

      सधन्यवाद

      💐💐

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  6. Good job mukesh ji..Keep it up...��������

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  7. आप सभी का धन्यवाद ...।

    💐💐💐💐💐💐💐💐

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  8. मुकेश भाई,मेरा आपके ब्लॉग पर पहली बार आना हुआ हैं। आपकी लेखनशैली बढ़िया हैं। आप इसी तरह एक माह से एक साल फिर दो साल और आगे बढ़ते रहे यहीं शुभकामनाएं।

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    1. ज्योति जी,

      एक नई सोच पर आपका स्वागत है, आपकी मंगल कामनाओं का सहृदय धन्यवाद एवं आगे भी आपके मार्गदर्शन का अभिलाषी।

      सधन्यवाद

      🙏🏻🙏🏻💐💐

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  9. Bahut acchha, zindagi mai kuch bhi naya soch kar shuru kiya ka sakta hai, yeh talent to aapke aandar kahi daba hua tha, jise lockdown ki vajah se hi bahar aane ka mauka mila. Yeh to aapne karna hi tha jeewan mai cheeze to aise hi karaann banati hai. Meri shubhkamnay aapke saath

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    1. आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद ....।

      पर आपका नाम ??

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